Vishvakarma jayanti kab hai 2024विश्वकर्मा जयंती कब है?

 





विश्वकर्मा पूजा 2024: तिथि, इतिहास, महत्‍व और शुभ मुहूर्त



विश्वकर्मा पूजा, जिसे विश्वकर्मा जयंती भी कहा जाता है, भगवान विश्वकर्मा की जन्म जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। भगवान विश्वकर्मा को हिंदू धर्म में ब्रह्मांड के दिव्य शिल्पकार और वास्तुकार के रूप में जाना जाता है। यह त्योहार विशेष रूप से उन लोगों के बीच महत्‍वपूर्ण है जो निर्माण, शिल्पिकार इंजीनियरिंग, वास्तुकला, और कारीगरी से जुड़े हैं।




इस वर्ष, विश्वकर्मा पूजा 16 सितंबर 2024 को मनाई जाएगी। भारतीय पंचांग के अनुसार, यह दिन भाद्र संक्रांति के समय मनाया जाता है, जिसे बंगाली माह भाद्रपद का अंतिम दिन भी कहा जाता है। द्रिक पंचांग के अनुसार, पूजा का शुभ समय 16 सितंबर की शाम 7:53 बजे होगा।




विश्वकर्मा जयंती का इतिहास:


विश्वकर्मा पूजा का इतिहास प्राचीन धार्मिक ग्रंथों से जुड़ा है, विशेष रूप से ऋग्वेद में, जहाँ भगवान विश्वकर्मा का वर्णन ब्रह्मांड के निर्माता के रूप में मिलता है। पुराणों में उन्हें देवताओं के सभी दिव्य अस्त्र-शस्त्र और भवनों का निर्माता माना गया है। इस प्रकार, यह त्योहार श्रमिकों, कारीगरों, और उन सभी लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है, जो अपने जीवन में रचनात्मकता, निर्माण, और शिल्प से जुड़े हुए हैं।




वर्तमान समय में, विश्वकर्मा पूजा केवल धार्मिक मान्यताओं तक सीमित नहीं है, बल्कि औद्योगिक क्षेत्रों, फैक्ट्रियों और अन्य कार्यस्थलों में भी यह पूजा व्यापक रूप से की जाती है। इस दिन कार्यकर्ता अपने औजारों और उपकरणों की पूजा करते हैं और अपने काम के प्रति निष्ठा का प्रदर्शन करते हैं।


विश्वकर्मा पूजा का महत्‍व:


विश्वकर्मा जयंती का सबसे बड़ा महत्व यह है कि इस दिन श्रमिक, कारीगर, इंजीनियर और विभिन्न व्यवसायों से जुड़े लोग अपने काम की सफलता और समृद्धि के लिए भगवान विश्वकर्मा से आशीर्वाद मांगते हैं। यह त्‍योहार एकता और सृजनशीलता का प्रतीक है। इस दिन लोग अपने कार्यस्थलों पर पूजा अनुष्ठान करते हैं, जिसमें मशीनों, औजारों, और यंत्रों का उपयोग नहीं किया जाता है।




सामूहिक रूप से औद्योगिक और शिल्प संबंधी क्षेत्रों में यह दिन एक तरह से आराधना और सम्मान का दिन बन जाता है, जब कर्मचारी अपने काम के प्रति समर्पण और भगवान विश्वकर्मा के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हैं।




विश्वकर्मा पूजा 2024 के शुभकामनाएं संदेश:


इस शुभ अवसर पर अपने प्रियजनों को शुभकामनाएं देना भी महत्वपूर्ण होता है। यहाँ कुछ संदेश दिए जा रहे हैं:


- "भगवान विष्‍वकर्मा आपको समृद्धि और सफलता प्रदान करें। विष्‍वकर्मा पूजा की हार्दिक शुभकामनाएं!"

- "आपकी मेहनत और समर्पण रंग लाए, विष्‍वकर्मा पूजा के दिन सभी कार्य सफल हों!"
- "भगवान विश्वकर्मा का आशीर्वाद आपके जीवन को खुशियों और समृद्धि से भर दे। विश्वकर्मा पूजा की शुभकामनाएं!"





विश्वकर्मा पूजा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि श्रमिक वर्ग के लिए भी एक अहम दिन है, जो उनके कार्यक्षेत्र में नई ऊर्जा और आशा का संचार करता है।

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