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"घर दावत देकर मारना ये पुरानी आदत है"
"हमास एक सोच है फितरत-ए इंसानी की, हुर्रियत की, ख़ुद मुख़्तारी की, आने वाले वक़्त में ये सोच पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लेगी, आने वाले वक़्त में कोई इंसान किसी इंसान की ग़ुलामी को तस्लीम नहीं करेगा।"
हवा से एक प्रोजेक्टाइल के जरिए हमास के प्रमुख को मारा गया है
हमास के राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हनीयेह की ईरान में हत्या हो गई। स्माइल हनीयेह ईरान में राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने गए थे। मौत के चंद घंटे पहले ही गडकरी समेत 70 नेताओं के साथ दिखा था हानिया कुछ घंटे बाद ही उसकी मृत्यु कैसे हो गई उसकी हत्या जब हुई जब वह अपने विशेष आवास में ठहरा हुआ था।
हमास में इसराइल स्माइल हानिया की हत्या की पुष्टि कर ली है।
हमास ने इस घटना के पीछे सीधे-सीधे इसराइल को दोषी ठहराया है, इसराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद को इस घटना के पीछे जिम्मेदार माना है।
कहा जा रहा है कि 7 अक्टूबर को इसराइल में जो घातक हमला हुआ था उसका मास्टरमाइंड हनिया था। और इजराइल ने इस बात का बदला ले लिया है। इसकी हत्या ईरान के तेहरान में हुई है जहां वह एक विशेष आवास पर ठहरा हुआ था।
Kaun tha Ismail haniya और हनिया की मौत से हमास के लिए कितना बड़ा नुकसान है
करीब 9 महीने से भी अधिक इसराइल और हमास आमने-सामने लड़ाई लड़ रहे हैं । 7 अक्टूबर के हमले के बाद इजरायल की सेना ने हमास को नेस्तनाबूत करने की ठानी है। उसने हमास के ऊपर कई ताबड़तोड़ हमले किए हैं। इसराइल ने अभी तक हमास के कई कमांडरों को मार गिराया है। लेकिन इस्माइल हानिया की मौत के बाद हमास के संगठन को बहुत नुकसान हुआ है। और माना जा रहा है कि हानिया की मौत से हमास का संगठन बहुत कमजोर हो जायेगा।
हमास की राजनीतिक शाखा इस्लामीक प्रतिरोध आंदोलन हमास का सरगना था स्माइल हानिया। 2006 में फिलीस्तीन संसदीय चुनाव में जीत के बाद गाजा पट्टी इलाके पर हमास का कब्जा हो गया था। आखरी बार वहां चुनाव इस समय हुआ था। हमास का 2007 से आम चुनाव में हमास की जीत के बाद से इस संगठन का दबदबा बढ़ गया था। हनिया ने करो में बड़ी भारी बढ़ोतरी कर अपनी संपत्ति को भी कई गुना बढ़ा ली थी।
कहा जाता है की इस्माइल हानिया बड़े ऐशो आराम से कतर में निवास कर रहा था। 7 अक्टूबर को जब इसराइल पर हमला हुआ तो वह बड़े आराम से अपने कमरे में इस हमले का टीवी लाइव शो देख रहा था। जिसका वीडियो वायरल हुआ। इस हमले के पीछे इस्माइल हानिया की ही महत्वपूर्ण भूमिका थी। और इसी कारण से वह इसराइल सेना के निशाने पर था।
कैसे हुई इस्माइल हानिया की मौत
बुधवार 31 जुलाई के तड़के ईरान की राजधानी तेहरान में हमास प्रमुख की हत्या कर दी गई। 62 वर्षीय हमास प्रमुख ईरानी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने गया था। 30 जुलाई को रात को 8:00 बजे ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि उन्होंने इस्माइल हानिया से मुलाकात की है।
अज्ञात सूत्रों से खबर है कि हम आज की हत्या ईरान के भीतर से नहीं बल्कि एक देश से दूसरे देश में दागी गई मिसाइल द्वारा की गई है और ऐसी हत्याएं भाड़े के सैनिकों द्वारा की जाती है हमला एक मिसाइल के जरिए होता है जो सेटेलाइट द्वारा निर्देशित होता है।
ईरान में एक दूसरे संगठन प्रमुख की इस प्रकार से हत्या होना वहां के देश की एक बहुत बड़ी सुरक्षा में चूक है। आशंका है कि ईरान की इसराइल के साथ कहीं ना कहीं कोई साजिश या मिली भगत है। हमास ने इस हमले का दोष इसराइल को दिया है।
अली खामनेई की मुलाकात के बाद 31 जुलाई को तड़के बुधवार हमास प्रमुख के उनके विशेष स्थित तेहरान स्थित उसके विशेष आवास पर हत्या कर दी गई। बयान में कहा गया है कि हनीयेह और उनके एक अंगरक्षक की बुधवार की सुबह उस इमारत पर हमला करके हत्या कर दी गई, जहां वे रह रहे थे।
टेलीग्राम पर एक बयान जारी किया है कि विश्वघाती जयोनी यहूदीवाद रेड के चलते हानिया की मृत्यु हो गई।
दूसरी तरफ इसराइल के अधिकारियों ने तत्काल में कोई टिप्पणी नहीं की लेकिन हमास की मौत को एक जश्न की तरह मनाया जा रहा है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी एलीयाहू ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा है कि यह "दुनिया को थोड़ा बेहतर बनाएगा" फाऊंडेशन फॉर डिफेंस ऑफ डेमोक्रेसी के वरिष्ठ सलाहकार रिचर्ड गोल्डबर्ग ने हनिया की हत्या से पहले कुछ घंटे पहले ट्वीट किया था कि "इसराइली वायु सेवा आज रात अपनी क्षमता का प्रदर्शन करने वाली है"
इसराइल माउस ए इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद में 7 अक्टूबर के हमले के बाद हानियां को मारने की कसम खाई थी इसी साल एक फिलिस्तीन एनक्लेव में हवाई हमले में हानिया के तीन बेटे और चार पोते मारे गए थे। जिसके बाद हानिया ने बयान दिया था कि हमास इसराइल के दबाव के आगे नहीं झुकेगा।
ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नितिन गडकरी हुई 70 देश के नेता के साथ भारत के केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी वहां मौजूद थे और उन्होंने इस शपथ ग्रहण समारोह की तस्वीर भी अपने हैंडल पर पोस्ट की है और इन तस्वीरों में इस्माइल हनिया भी नजर आ रहा है ।
हत्या से कुछ घंटे पहले ही हमास ने एक वीडियो संदेश जारी किया था जो कि ईरान के प्रमुख पर्यटक स्थल मिलाद टावर में थीम पार्क की यात्रा के समय जारी किया गया था। इस संदेश में हमास प्रमुख ने कहा कि कुदस से तेहरान में मिलाद टावर तक, संदेश स्पष्ट है कि "वास्तविक सभ्यताएं मानवीय मूल्यों से उत्पन्न हुई और रक्तपात और लूटपाट से नहीं।"
2010 से इजरायल में ईरान के अंदर दर्जनों हमले किए हैं जिसमें कई विशेषज्ञों के हत्याएं भी हुई है लेकिन ईरान ने दावा किया है की उसने इजरायली घुसपैठ घुसपैठयों को बेनकाब किया है लेकिन कोई ईरान में इसके ठोस सबूत पेश नहीं किए हैं।
हत्या से कुछ घंटे पहले ही हमास ने एक वीडियो संदेश जारी किया था जो कि ईरान के प्रमुख पर्यटक स्थल मिलाद टावर में थीम पार्क की यात्रा के समय जारी किया गया था। इस संदेश में हमास प्रमुख ने कहा कि कुदस से तेहरान में मिलाद टावर तक, संदेश स्पष्ट है कि "वास्तविक सभ्यताएं मानवीय मूल्यों से उत्पन्न हुई और रक्तपात और लूटपाट से नहीं।"
2010 से इजरायल में ईरान के अंदर दर्जनों हमले किए हैं जिसमें कई विशेषज्ञों के हत्याएं भी हुई है लेकिन ईरान ने दावा किया है की उसने इजरायली घुसपैठ घुसपैठयों को बेनकाब किया है लेकिन कोई ईरान में इसके ठोस सबूत पेश नहीं किए हैं।