Hathras incident/ 120 deaths/hathras stampede

बेनामी


हाथरस सत्संग में भगदड़ 120 लोगों की मौत



उत्तर प्रदेश राज्य के हाथरस जिले में एक सत्संग एक सत्संग कार्यक्रम के बाद मची भगदड़ में कुचलना से 120 लोगों की मौत हो गई है कई लोग घायल हो गए हैं और कई बेहोश हो गए हैं। यह एक भाव और दुखद घटना है व्रत के परिजन रोटी भी लगता नजर आ रहे हैं प्रशासन व्यवस्था पूरी तरह से लचर नजर आई।


घटनास्थल



हाथरस उत्तर प्रदेश राज्य में है, और जहां सत्संग हो रहा था वो जगह हाथरस से 47 किलोमीटर दूर एक फुलरई गांव की है।


भोले बाबा



भोले बाबा का असली नाम सूरज पाल है। और यह एटा जिले के रहने वाले हैं। करीब 25 साल से सत्संग कर रहे हैं। कई राज्यों में उनके अनुयाई हैं। घटना के दिन करीब 50000 से अधिक लोग आने का अनुमान है।


कैसे हुआ हादसा



सत्संग के बाद जब लोग बाबा के काफिले के पीछे उनके चरण स्पर्श करने उनके करीब जाने लगे तो बहुत भीड़ बढ़ गई और बेकाबू हो गई,  भीड़ को कम करने के लिए पानी की बौछार की गई, जिससे भगदड़ मच गई और लोग इधर-उधर भागने लगे इसी भगदड़ में लोग एक दूसरे को कुचलते चले गए, और यही लोगों की मौत का कारण बना।  मरने वालों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे थे।

जो लोग घायल और बेहोश थे उनकी हालत और भी बदतर हो गई क्योंकि वहां कोई भी ऐसी इमरजेंसी सुरक्षा का इंतजाम नहीं था ।


प्रशासन की चूक



एसडीएम द्वारा कार्यक्रम की अनुमति दी गई थी, लेकिन वहां पर कोई भी बड़ा अफसर कार्यक्रम स्थल पर मौजूद नहीं था। कुछ पुलिस वाले ही इधर-उधर घूम रहे थे। सत्संग आयोजको द्वारा भी कोई इमरजेंसी सुरक्षा या चिकित्सा सुविधा की कोई व्यवस्था नहीं थी। किसी तरह जब घायल और बेहोशों को टेंपो में लाद कर अस्पताल लेकर ले जाया गया, तो वहां पर भी इलाज के लिए सिर्फ एक डॉक्टर मौजूद था ।  घायल जमीन पर तड़पते रहे। हाथरस जिले के आसपास के लोग ही उसे सत्संग में आए थे। लाशों के ढेर को को देखकर एक 22 साल के तैनात जवान सिपाही को हार्ट अटैक आ गया। हालाकि उसे बाद में बीमारी वजह बताई गई।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच के आदेश दे दिए हैं।

दो मंत्री, CS और DGP घटना स्थल पर पहुंच गए थे। ADG आगरा और अलीगढ़ कमिश्नर की टीम इस घटना की जांच करेगी। कार्यक्रम आयोजकों के 22 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई है। बाबा हादसे के बाद अंडरग्राउंड है। पुलिस द्वारा बाबा के आश्रम पर अभी फिलहाल होने से इनकार कर दिया गया है। सूत्र बताते हैं कि बाबा अपने मैनपुरी वाले आश्रम में चले गए है, लेकिन वहां पर किसी भी मीडिया वाले को जाने की अनुमति नहीं है पुलिस ने वहां भी बाबा के नहीं होने का सूचना दी है।


इस बेहद भयावह और दुखद घटना का होना पूर्ण रूप से यह बताता है कि वहां कार्यक्रम की कोई रूपरेखा और उसकी व्यवस्था नदारद थी। और SDM ने अनुमति देने से पहले घटना स्थल पर आयोजकों को निर्देशित नही किया।

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