Doda Encounter जम्मू कश्मीर में आतंकी हमला Terrorist Attack in Jammu Kashmir
जम्मू कश्मीर के डोडा जिले में आतंकियों ने आज फिर हमला किया है। सेना के कप्तान समेत चार जवान शहीद हो गए हैं।
जम्मू रीजन में 28 अप्रैल से 15 जुलाई के बीच तकरीबन 78 दिन में अब तक 11 आतंकी हमले हो चुके हैं।
एक पुलिसकर्मी की भी मौत हुई है। कुल 5 लोगों की जान चली गई है। राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू कश्मीर पुलिस दोनों का सोमवार से सर्च ऑपरेशन चल रहा था। ये सर्चिंग घने जंगलों में चल रही थी। सर्चिंग के दौरान ही आतंकी फायर करते हुए भाग निकले। घना जंगल होने की वजह से आतंकी बच कर भाग गए। कल रात 9:00 बजे के आसपास फिर गोलाबारी हुई इसमें पांच जवान गंभीर रूप से घायल हो गए इन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
राष्ट्रीय राइफल्स के शहीद हुए जवानों के नाम
कैप्टन बृजेश थापा
सिपाही ब्रजेंद्र
सिपाही अजय
नायक राजेश
इस encounter में पुलिस कर्मी भी शहीद हुए है।
कैप्टन बृजेश थापा रिटायर्ड कर्नल भुवनेश्वर कुमार थापा के बेटे हैं।आर्मी डे के दिन जन्म हुआ था वह एक इंजीनियर थे लेकिन उन्होंने सेना में जाने का चुनाव किया। 2019 में कैप्टन बृजेश थापा सेना में भर्ती हुए थे। उनकी मां नीलिमा ने बताया कि आखरी बार रविवार 14 जुलाई को बेटे से उनकी बात हुई थी। उन्होंने कहा कि मुझे अपने बेटे के बलिदान पर गर्व है। अगर हम अपने बेटे को सीमा पर नहीं भेजेंगे तो देश के लिए कौन लड़ेगा । कैप्टन ब्रजेश के पिता कर्नल भुवनेश थापा रिटायर्ड है उन्होंने बताया कि वह अब नहीं रहा लेकिन मुझे यकीन नहीं हुआ। मुझे गर्व है कि मेरे बेटे ने देश और देश की सुरक्षा के लिए कुछ किया । दुख की बात है कि हम उसे दोबारा नहीं मिल पाएंगे। मैं भी फौजी रहा हूं जंगल में आतंक क्यों को देख पाना बड़ा मुश्किल होता है जंगल बहुत घने होते हैं
मुझे खुशी है कि उसने अपने देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी। रात 11:00 बजे हमें खबर मिली।
सिपाही अजय सिंह 3 दिन बाद घर अपने घर जाने वाले थे। लेकिन अब उनका पार्थिव शरीर पहुंचेगा। अजय सिंह कमल सिंह नरूका के बेटे हैं और झुंझुनू राजस्थान के गोहाना तहसील के निवासी हैं । अजय सिंह के पिता कमल सिंह नरूका भी सेना में हवलदार रह चुके हैं। और 2015 में रिटायर हुए थे।
हमले की जिम्मेदारी
इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश मोहम्मद से जुड़े कश्मीर टाइगर्स ने ली है। संगठन ने दावा किया है कि उनके हमले में आर्मी के कप्तान समेत 12 जवान मारे गए हैं जबकि 6 घायल है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आर्मी के चीफ से बात की । उन्होंने Army से मुठभेड़ की जानकारी दी। जम्मू डिवीजन के डोडा में 34 दिन में या पांचवा एनकाउंटर है। इससे पहले 9 जुलाई को हुआ था। 26 जून को और एक 12 जून को दो हमले हुए थे। जिसमे सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में तीन आतंकी मारे गए थे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है की आतंक विरोधी अभियान में हमारे बहादुर और साहसी भारतीय सेना के जवानों की मौत से गहरा दुख हुआ। मेरी संवेदनाएं शोक संतृप्त परिवार के साथ है। राष्ट्र मजबूती से उनके साथ खड़ा है। जवानोंं कीी मौत का बदला लिया जाएगा।
आतंकी हमले पर नेताओं के बयान
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि आज जम्मू कश्मीर में फिर से एक आतंकी मुठभेड़ में हमारे जवान शहीद हो गए। शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शोक संतृप्त परिवारों परिजनों को गहरी संवेदन आए व्यक्त करता हूं। लगातार हो रही है आतंकी हमले जम्मू कश्मीर की जर्जर स्थिति बयां कर रहे हैं। भाजपा की गलत नीतियों का खमाजा हमारे जवान और उनके परिवार भुगत रहे हैं । हर देशभक्त भारतीय की यही मांग है कि सरकार बार-बार हो रही सुरक्षा चुक की पूरी जवाबदेही लेकर देश और जवानों के गुनहगारों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करें। दुख की इस घड़ी में पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एक साथ खड़ा है
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल ने कहा है कि इस कायरतापूर्ण हमले के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ। हमारे राष्ट्र की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि।
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि DGP को बर्खास्त कर देना चाहिए। क्योंकि पिछले 32 महीना में लगभग 50 जवानों की जान जा चुकी है मौजूद डीजीपी राजनीतिक तौर पर चीजों को ठीक करने में लगे हैं। उनका काम PDP को तोड़ना। लोगों और पत्रकारों को परेशान करना और धमकाना है। वह अधिकतर लोगों पर UAPA लगाने के तरीके ढूंढ रहे हैं। हमें यहां फिक्सर की जरूरत नहीं है। हमें एक डीजीपी की जरूरत है। हमारे पास पहले भी दूसरे राज्यों के डीजीपी रहे हैं, और उन्होंने बहुत अच्छा काम किया है किसी ने भी संप्रदाय के आधार पर काम नहीं किया है जैसा कि अब किया जा रहा है जबसे यह डीजीपी आए हैं, तब से ज्यादा जाने जा रहे हैं मुझे लगता है की रक्षा मंत्री और गृहमंत्री को इस पर ध्यान देना चाहिए।
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने Doda Encounter पर कहा अब तक उन आतंकियों के सिर कट जाने चाहिए।