मक्का में हज की यात्रा को गए लोगों की मौत का भयावह तांडव देखने को मिला। लोग शवों के ऊपर से गुजरने को मजबूर हो गए। सऊदी में 1300 से ज्यादा लोगों के मरने की खबर आ चुकी है, मौत का ये आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है।
किस वजह से हुई मौतें
भयंकर टेंपरेचर हज यात्रियों की मौत का कारण बना।
मक्का में तापमान 42 डिग्री से 50 डिग्री तक पहुंच गया, हीट वेव से लोग बेहोश होकर सड़क पर गिरने लगे। लोग भीषण गर्मी और लू की चपेट में आ गए। 2700 से अधिक हीट स्ट्रोक की चपेट में आ गए है। मरने वालों में बुजुर्ग और बीमार लोगों की संख्या ज्यादा है।
दूसरा कारण अवैध रूप से कई लोग मक्का पहुंचे, मरने वालों में सबसे ज्यादा मिस्र के लोग थे, जो बिना वीज़ा के मक्का पहुंच गए। I और गर्मी में असुविधा का शिकार हुए। बड़ी संख्या में भीड़ की वजह भी मौत का कारण बनी। प्रशासन को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
सऊदी के मंत्री ने बताया कि लोग टूरिस्ट ऑपरेटर की धोखाधड़ी के शिकार हुए। उन्हें पर्याप्त सुविधा नहीं मिली।यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा और वे मौत का शिकार हुए।
यह घटना बेहद भयावह और दुखद है
मरने वाले हज यात्रियों में सबसे ज्यादा मिस्र के 658 है इसके बाद इंडोनेशिया के 199 और भारत के 98, जॉर्डन से 75 लोग, ट्यूनीशिया से 49 और पाकिस्तान से 35 लोगों के मारे जाने की खबर है। ईरान से 11 यात्रियों के मारे जाने की खबर है । यह आंकड़ा सऊदी अरब ने जारी किया है। सऊदी अरब ने अभी अपने देश के लोगों की मौत के आंकड़ों का खुलासा नहीं किया है। आशंका है कि मरने वालों की संख्या और बढ़ेगी।
मिस्र ने इस घटना से निपटने के लिए क्राइसिस सेंटर का गठन किया है । वीजा रजिस्ट्रेशन करने वाली 16 कंपनियों के लाइसेंस रद्द कर दिए है।
मिस्र के सांसद मोहम्मद कासिम ने टूरिस्ट ऑपरेटर पर धोखा घड़ी का आरोप लगाया है जो सुविधा हज यात्रियों को उपलब्ध करानी थी, वह टूरिस्ट ऑपरेटरों ने मुहैया नहीं कराई। जिसके चलते यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा
इन कंपनियों पर मुकदमा के साथ-साथ जुर्माने का भी आदेश दिया है। और जुर्माने की राशि को हादसे में शिकार हुए लोगों को बांटने का आदेश दे दिया है।
ट्यूनीशिया ने अपने धार्मिक मामलों के मंत्री को बड़ी संख्या लोगों की मौत होने के कारण बर्खास्त कर दिया है।
हज यात्रा में लोग वीजा वगैरा की परेशानी से बचने के लिए बिना वीजा टूरिस्ट कंपनियों की मदद से भी हज यात्रा पर चले जाते है। इन मौतों की वजह से इस मामले का खुलासा हुआ।
बिना वीजा और रजिस्ट्रेशन के हज यात्रा पर आए यात्रियों की पहचान करना भी बेहद मुश्किल हो गया है। इसमें सबसे ज्यादा संख्या मिस्र के यात्रियों की थी।
सऊदी अरब हर देश के हिसाब से कोटा तैयार करता है
इसमें इंडोनेशिया का कोटा सबसे ज्यादा है उसके बाद पाकिस्तान भारत बांग्लादेश बांग्लादेश और नाइजीरिया का नंबर आता है। इसके अलावा ईरान, तुर्की ,मिस्र का नाम भी है।
हज यात्रियों को पहले सऊदी अरब के जेद्दाह शहर पहुंचना होता है, फिर वहां से बस के जरिए मक्का शहर जाते हैं।
हज क्या है
मुस्लिम धर्म में पांच फर्ज में से एक फर्ज हज करना है मुस्लिम मान्यताओं के अनुसार मुस्लिम व्यक्ति को जीवन में एक बार हज की यात्रा करना फर्ज माना गया है। 628 में पैगंबर मोहम्मद ने अपने 1400 अनुयायियों के साथ इस यात्रा की शुरुआत की थी।
इस यात्रा में 5 दिन लगते हैं और पांचवें दिन ईद उल जुहा बकरा ईद के दिन यह यात्रा पूरी होती है।