पायल कपाड़िया The Indian Film Maker: पायल कपाड़िया भारतीय सिनेमा की एक नई चमक बनकर उभरी है।
Cannes 2024: पायल कपाड़िया की फिल्म " All We Imagine As Light" ने कान फिल्म फेस्टिवल में एक इतिहास रच दिया है। वहां फिल्म की स्क्रीनिंग के बाद लोगों ने 8 मिनट खड़े होकर तालियां बजाई। फिल्म को काफी सराहा जा रहा है, पायल कपाड़िया में कहां कि उन्हें गर्व है और यह एक सम्मान की बात है कि उनकी फिल्म चुनी गई, उन्हें इसकी उम्मीद नहीं थी। फिल्म में कूनी, कुस्रुति, दिव्या प्रभा, हारून और छाया कदम है। प्रीमियर पर पूरी टीम बहुत खुश नज़र आई। सभी ने अपनी खुशी का इजहार रेड कार्पेट पर नाचते मुस्कुराते हुए कई आकर्षक पोज दिए। कान में भारतीय महिला फिल्म निर्माता के रूप में पायल एक पहचान बन गई है। इस फिल्म ने कान उत्सव में इतिहास रच दिया है । 30 सालों में प्रतियोगिता में पहली इंडियन प्रोडक्शन की इस फिल्म ने सबको चौंका दिया है। शानदार समीक्षा के साथ फिल्म को बेहद मनोरंजक भी बताया जा रहा है।
"All We Imagine As Light" को Palme d'Or Award के लिए नोमिनेट किया है, यह बॉलीवुड में बहुत ही गौरव का विषय है।
इस फिल्म में पायल कपाड़िया की जैकस ओडियोर्ड, योर्गोस, लेंथ मोस डेविड क्रोनबर्ग पाल श्रेडर और जिया झोंग के साथ प्रति स्पर्धा रहेगी ।
फिल्मी शुरुआत और शिक्षा
पायल का जन्म मुंबई में हुआ । मुंबई के सेंट जेवियर कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के बाद पायल ने फिल्म एंड टेलीविज़न इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया (FTII)से फिल्म निर्देशन में डिप्लोमा किया और फिल्म निर्माता के रूप में अपने फ़िल्मी सफ़र की शुरुआत की।
फिल्मी करियर
2017 में पायल कपाड़िया की फिल्म आई "I Not There" इस फिल्म ने कई उत्सवों में प्रशंसा प्राप्त की।
यह फिल्म एक युवा लड़की की स्टोरी है जो अपने पिता के बाद अपने अस्तित्व की पहचान के लिए संघर्ष करती है।
2017 में फिल्म "आफ्टरनून क्लाउड्स" को 70वे कान फिल्म फेस्टिवल के लिए चुना गया।
2021 में उनकी एक डॉक्यूमेंट्री "A Night Of Knowing Nothing" ने कान से फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ डॉक्यूमेंट्री फिल्म का गोल्डन ए अवार्ड जीता। यह फिल्म एक छात्र की डायरी के माध्यम से भारतीय राजनीति और भारतीय समाज के कई पहलुओं को दर्शाती है, इस डॉक्यूमेंट्री से पायल कपाड़िया को एक अंतरराष्ट्रीय फिल्म मेकर के रूप में प्रसिद्धि मिली।
पायल की फिल्में समाज और मानव की भावनाओं के साथ उनकी जटिलताओं को भी गहराई से जाहिर करती है उनकी कहानियों में महिलाओं की लाइफ और उनके संघर्ष को भी प्रमुखता से बताया जाता है उनकी फिल्म सटीक कल्पना से वास्तविकता के समीप ले जाती है और वह भी बहुत मनोरंजन के साथ..