Delhi's climate

बेनामी

Delhi temperature today
दिल्ली का मौसम(WEATHER)


दिल्लीके चढ़ते पारे ने दिल्ली के लोगों का जीवन बेहाल कर दिया है। तापमान 50 डिग्री के ऊपर पार कर गया है। चिलचिलाती धूप और लू के थपेड़ों से दिल्ली ही नहीं, वरन आधे से अधिक देश का भूभाग गर्म हवाओं से भर दिया है। ऐसी गर्मी कभी नहीं पड़ी, दिल्ली में भीषण गर्मी ने पूरे देश का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। दिल्ली के मुंगेशपुर में बुधवार को अधिकतम तापमान 52.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। इसके अलावा दिल्ली के अन्य इलाकों का तापमान 50 डिग्री के आसपास रिकॉर्ड किया गया, हालांकि इसके बाद मौसम में कुछ परिवर्तन हुआ और बादलों के छाने के कारण दिल्ली NCR के लोगों ने कुछ राहत महसूस की। 


सन 2016 में, राजस्थान के फलोदी में सबसे अधिक तापमान का रिकॉर्ड 51 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया था और इससे पहले  (1956 में) अलवर में 50.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।  दिल्ली एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में लोगों का प्रचंड गर्मी से हाल बेहाल है।  दिल्ली के कई इलाकों में स्थिति बेहद गंभीर है। लोगों को भीषण गर्मी के कारण, खासकर बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 


देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी के कारण लोग जल संकट से भी  जूझ रहे हैं। दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने दिल्ली जल बोर्ड (Delhi Jal Board) के सीईओ को पत्र लिखकर पानी की बर्बादी को रोकने के लिए 200 टीमे बनाने के लिए निर्देश जारी किया है, जो अलग-अलग इलाकों में जाकर जांच करेंगे। मंत्री आतिशी ने कहा है कि दिल्ली में हीट वेव और हरियाणा की ओर से यमुना में पानी नहीं छोड़ा जाना मुख्य रूप से पानी की आपूर्ति में कमी का कारण है।  दिल्ली सरकार द्वारा पानी की किल्लत को दूर करने के लिए कई दिशा निर्देश जारी किए गए हैं, जिसमें पानी की बर्बादी पर 2000 का जुर्माना लगाना भी है। दिल्ली LG विनय सक्सेना ने श्रमिक वर्ग को 12 से 3:00 बजे तक का सहवेतन विश्राम की राहत देने की घोषणा की है व हर कार्य स्थल पर पानी के घड़े श्रमिको के लिए नारियल पानी की व्यवस्था करने के लिए आदेश दिए हैं। 


गर्मी के कारण और भविष्य में खतरा


दिल्ली में भीषण गर्मी की वजह राजस्थान से आने वाली गर्म हवाओं को बताया गया है। 

दिल्ली के बाहरी इलाकों में वनों की कमी है जिससे लू के थपेड़े आसपास के राज्यों से सीधे दिल्ली में प्रवेश कर जाते हैं। 

खुले इलाके और बंजर जमीन के विकिरण के चलते तापमान और अधिक बढ़ जाता है 


मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले एक-दो दिनों में यहां आंशिक रूप से बादल छाए रहने के संकेत है।  तेज हवाओं और हल्की बारिश से तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है।  


आज दुनियां में ग्लोबल वार्मिंग व जलवायु परिवर्तन का खतरा मंडरा रहा है।भारत में इस रिकॉर्ड तोड़ तापमान आने वाले खतरनाक परिणाम की ओर साफ-साफ इशारा करता है। भारत में जंगलों की कटाई पर्यावरण को हानि पहुंचा रही है। सरकार ने यदि जल संग्रहण योजना और पेड़ों की कटाई रोकने पर कोई कारगर नीति को युद्ध स्तर पर अमल में नहीं लाया तो आने वाले समय में जल्द ही हमें इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। 


पृथ्वी के औसत तापमान में वृद्धि का कारण मानव कार्यविधि से उत्पन्न ग्रीन हाउस गैस के उत्सर्जन के कारण ग्लोबल वार्मिंग का खतरा है। जिसके भयानक संकेत साफ दिखाई पड़ रहे है। पर्यावरण को खतरा मानव जीवन के लिए बहुत मुश्किल हो जाएगा।

ग्रीनहाउस गैसों का प्राकृतिक रूप से वातावरण में होना आवश्यक है क्योंकि यह धरती को सामान्य तापमान प्रदान करती हैं, जो मानव जीवन को जरूरी है। लेकिन वर्तमान में  जीवाश्म ईंधनों का दहन, जंगलों की कटाई, और औद्योगिक प्रक्रियाओं के कारण वायुमंडल में प्राकृतिक गैसों की मात्रा में असंतुलन पैदा हो गया है, जिससे ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन का खतरा दिन पर दिन बढ़ रहा है।

पर्यावरण को बचाने हेतु विश्व की सरकारों को मिलकर काम करना बेहद जरूरी है।


सामान्य सलाह:


सामान्य परंतु स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए महत्त्वपूर्ण उपायों के साथ खुद को गर्मी से बचाए:


गर्मी में पर्याप्त पानी पीना बेहद जरूरी है हमेशा अपने साथ पानी की बोतल रखें। थोड़ी थोड़ी देर में पानी पीते रहे।


धूप से बचने के लिए सनस्क्रीन चश्मे, छतरी का प्रयोग करें। कानों को गर्म हवाओं से बचाए, अपनी त्वचा को ढक कर रखें।  हल्के और सूती कपड़े पहने जो शरीर को अंदर ठंडा रखें।


अनावश्यक बाहर जाने से बचे।

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